भोजन मतलब खाना जो पृथ्वी पर बसे पूरे जीतसृष्टि के लिए प्रमुख आवश्यकताओं में से एक हैI
जो हर एक चीज के लिए जरूरी है|जिसने इस दुनिया में जन्म लिया है|इसलिए हमें भोजन बर्बाद नहीं करना चाहिए बल्कि उसका सम्मान करना चाहिएI
भोजन के कई सारे प्रकार हैI जो हर जगह अलग-अलग प्रकार से बनता है|जैसे उस जगह की संस्कृति है| वहां उस संस्कृति से के अनुसार भोजन के प्रकार बनते हैं उस प्रकार के अनुसार उस भोजन का स्वाद होता हैI लेकिन इस पूरे जीव सृष्टि को भोजन प्रदान करने का कार्य यह प्रकृति करती है|फिर चाहे वह कोई सब्जी हो,या फिर कोई फल हो,या फिर कोई चावल,गेहूं की फसल हो,यह सब कुछ हमें इस पृथ्वी के प्रकृति के वजह से प्राप्त होता हैI अपने भारत देश के व्यंजन बहुत सारे पदार्थों का और बहुत सारे मसालों का मिश्रण होता है|अपना भारतीय व्यंजन हमेशा बहुत ज्यादा करी से भरा हुआ होता है| जो भारतीय व्यंजनों की एक खासियत है|भारतीय व्यंजनों में बहुत सारे प्रकार है|जिनकी गिनती नहीं की जा सकती हैI
मुझे हमारे जीवन में एक प्रमुख घटक है|जो हम सभी के प्रमुख आवश्यकता ओं में से एक है| इसलिए हमें भोजन को महत्व देना होगा और यह महत्व महत्व होना भी चाहिए, क्योंकि भोजन के बिना जीवन असंभव है| इसलिए भोजन हम सभी की एक जरूरत है| इस दुनिया में ऐसी कई सारे इंसान हैं जिनको दो वक्त का खाना भी नसीब नहीं होता हैI वह लोग हर दिन थोड़े से खाने के लिए तरसते रहते हैं|हम मनुष्य को छोड़कर बाकी सब जीव सृष्टि भोजन के लिए तरसती है,जो हर दिन खाने के लिए लड़ती रहती है| फिर चाहे वह एक कुत्ता हो, या फिर एक बिल्ली हो, या फिर कोई जंगली जानवर हो, या फिर कोई पंछी ही क्यों ना हो| इसलिए हमें इतना ही लेना चाहिए जितने से पेट भर सकेI