किसी भी व्यक्ति की सफलता मानसिक और शारीरिक ऊर्जा पर निर्भर करती है

खेल खेलना चाहे लड़का हो या लड़की, हर किसी को अच्छा लगता है, खेल खेलने से शारीरिक व्यायाम होता है, तथा ये खेल हमे मानसिक तौर पर भी मजबूत बनाते है

यदि हम कुछ पलों के लिए इतिहास की ओर देखें या किसी सफल व्यक्ति के जीवन पर प्रकाश डालें तो हम देखते हैं कि, नाम, प्रसिद्धी और धन आसानी से नहीं आते हैं। इसके लिए लगन, नियमितता, धैर्य, और सबसे अधिक महत्वपूर्ण कुछ शारीरिक क्रियाओं अर्थात् स्वस्थ जीवन और सफलता के लिए एक व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता होती है। नियमित शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए खेल सबसे अच्छा तरीका है। किसी भी व्यक्ति की सफलता मानसिक और शारीरिक ऊर्जा पर निर्भर करती है। इतिहास बताता है कि, केवल वर्चस्व (प्रसिद्धी) ही राष्ट्र या व्यक्ति पर शासन करने की शक्ति है।

खेल खेलना चाहे लड़का हो या लड़की, हर किसी को अच्छा लगता है, खेल खेलने से शारीरिक व्यायाम होता है, तथा ये खेल हमे मानसिक तौर पर भी मजबूत बनाते है, इसलिए आज के समय में सभी माता पिता अपने बच्चो को खेल खेलने क्व लिए भी प्रेरित करते है, इसलिए स्वास्थ्य लाभ को देखते हर किसी को थोडा बहुत रोज खेल जरुर खेलना चाहिए.
शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए खेल खेलना बहुत ही अच्छी क्रिया है, खेल खेलने से अच्छा परिश्रम होता है, जिनसे हमे अच्छी भूख भी लगती है, और खेल खेलने से हमारा शरीर मजबूत बनता है, और हमारी हड्डिया मजबूत होती है, हमारी मांसपेशिया भी मजबूत बनती है, जिनसे हमारा स्वास्थ्य अच्छा बनता है, और खेल में मेहनत करने, दौड़ने से हमारे शरीर की स्टेमिना भी बढती है, उर मानसिक तौर पर हम मजबूत बनते है. इस तरह देखा जाय तो हर किसी को रोज एक दो घंटे खेल के लिए भी समय देना चाहिए, जिनसे हम स्वस्थ्य जीवन जी सकते है.

आज के समय में यदि खेलो पर उचित ध्यान दिया जाय, तो इन्ही खेलो के जरिये अपना कैरियर भी बनाया जा सकता है. पहले जहा कहा जाता था की –
वर्तमान में यह कहावत बिलकुल बदल गया है, अब क्रिकेट, कुश्ती, हांकी, बैटमिन्टन जैसे अनेको खेल सफलता का पर्याय बन चुके है, इन खेलो के जरिये लोग बड़े बड़े देशो में खेल में जीतकर अपने देश का नाम और परचम लहरा रहे है, और खेलो को खेलने वाले लोग सफलता का पर्याय माने जा चुके है. इन कड़ी में सचिन तेंदुलकर, सायना नेहवाल, गोपी चन्द्र पुलेला, वीरेंदर सहवाग, राज्यवर्धन राठौर जैसे हजारो नाम है, जिन्होंने खेलो में सफलता हासिल करके अपने साथ अपने देश का नाम भी रोशन किया है.
इस तरह यदि हम अपने दैनिक जीवन में खेलो को अहम हिस्सा बनाते है, तो यह काफी लाभदायक हो सकता है, खेलो में हम रोज सुबह दौड़ सकते है, मैदानों में जाकर व्यायाम कर सकते है, लोगो के साथ मिलकर कुश्ती कब्बडी खेल सकते है, क्रिकेट भी खेल सकते है, और यदि हम इन खेलो को सुबह सुबह खेलते है, तो सुबह के ताज़ी ताज़ी ठंडी हवाओ में ये खेल हमारे स्वास्थ्य के लिए और भी अधिक फायदेमंद साबित होते है.

अच्छे स्वास्थ्य हासिल करना हो, फिटनेस बनाना हो, हेल्थी जीवन जीना हो, ये सभी खेल के जरिये हासिल कर सकते है, तो हम सभी को खेल खेलने के लिए समय निकलना चाहिए, और इन्टरनेट वीडियो गेम के बजाय अपने बच्चो को शारीरिक व्यायाम खेलो को खेलने के लिए प्रेरित करना चाहिए, जिससे बच्चो का शारीरिक और मानसिक विकास दोनों अच्छे से हो सकेगा.

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