अमेरिका ने तालिबान को दिया जोरदार झटका सारे विमान कर दिए डिसएबल
अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान को छोड़कर जाने के बाद तालिबानी लड़ाको की खुशी देखने लायक थी, परंतु कहीं न कहीं उनको झटका भी लगा है। और इस झटके के पीछे की मुख्य वजह अमेरिकी सेना है जो अपने सैन्य बल के द्वारा काबुल एयरपोर्ट पर विध्वंस करके छोड़े गए विमान और हेलिकॉप्टर्स हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिकी सेना अफगानिस्तान में अपने जो भी हेलिकॉप्टर्स और विमान छोड़े हैं उन्हें डिसेबल कर दिया है। जिसका मतलब है कि अब वे किसी काम के नहीं हैं।
अल जजीरा की एक रिपोर्ट में दिए गए बयान में कहा है कि वह ढगा महसूस कर रहा है क्योंकि अमेरिकियों ने काबुल से निकलने से कुछ समय पूर्व सैन्य हेलिकॉप्टरों और विमानों को डिसेबल कर दिया है। जिसका इस्तेमाल वह चाह कर भी नहीं कर पाएंगे| रिपोर्ट के अनुसार, लड़ाकों ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि अमेरिकी उनके उपयोग के लिए कुछ हेलिकॉप्टर ही सही लेकिन अवश्य छोड़ देंगे। तालिबान ने कहा कि हम मानते हैं कि यह एक राष्ट्रीय संपत्ति हैं और अब हमारी सरकार भी बनने जा रही है इसलिए हमारे बहुत काम आ सकती थी|
सोमवार की रात अमेरिकी सेना के काबुल एयरपोर्ट से निकल जाने के बाद टर्मिनल के अंदर कपड़े, सामान और दस्तावेजों के ढेर बिखरे पड़डे थे।
अमेरिकी सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कई सीएच-46 हेलीकॉप्टर एक हैंगर में खड़े हैं। अमेरिकी सेना ने कहा कि उसने जाने से पहले 27 हमवीस और 73 विमानों को निष्क्रिय कर दिया था।
तालिबान के पास अब 48 विमान रह गए हैं, हालांकि इनमें से कितने विमान अभी भी चालू हैं, इस बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है| हालांकि तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने बुधवार को कहा कि उनकी तकनीकी टीम हवाईअड्डे की ‘मरम्मत और सफाई कर रही है और लोगों को फिलहाल इलाके से दूर रहने की सलाह दी है।