बीएसएफ ने पश्चिम बंगाल की मालदा में दो मवेशियों के साथ एक बांग्लादेशी तस्कर को दबोचा
खुफिया विभाग की सूचना पर कार्यवाही करते हुए तस्कर को उस समय दबोचने में सफलता मिली जब वह गंगा नदी के तीव्र वेग का सहारा लेकर दो मवेशियों को अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करा कर बांग्लादेश ले जाने की कोशिश कर रहा था।
न्यूज डेस्क कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 78वीं वाहिनी के जवानों ने मालदा जिले में सीमा चौकी नीमतीता इलाके में तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए एक मवेशी तस्कर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से दो मवेशियों को भी तस्करी से बचाया गया।
बीएसएफ द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि खुफिया विभाग की सूचना पर कार्यवाही करते हुए तस्कर को उस समय दबोचने में सफलता मिली जब वह गंगा नदी के तीव्र वेग का सहारा लेकर दो मवेशियों को अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करा कर बांग्लादेश ले जाने की कोशिश कर रहा था। यह घटना एक सितंबर की मध्यरात्रि की है।
पकड़े गए तस्कर ने पूछताछ में अपना नाम मोहम्मद सुमन रेजा बताया। वह बांग्लादेश के चपाईनवाबगंज जिला अंतर्गत शिवगंज थाना क्षेत्र का निवासी है। पूछताछ में बांग्लादेशी तस्कर ने खुलासा किया कि वह लगभग छह महीने पहले रात में भारत- बांग्लादेश सीमा पार करके जमीन के रास्ते से भारत के ग्राम मादना (नीमतीता) अपने फूफा के यहां आया था वहां उसने राजमिस्त्री का काम किया।
फिर 29 अगस्त को वहीं एक तस्कर दिलबर शेख से मिला और एक सितंबर को दो मवेशी लेकर तस्करी की योजना बनाई।सीमा के पास आकर जैसे ही मवेशियों को नदी में उतारा बीएसएफ ने आकर पकड़ लिया। पूछ-ताछ में तस्कर ने यह भी खुलासा किया कि उसे दो मवेशियों को सीमा पार कराने के बाद 25,000 रुपये मिलने थे। उसने यह भी बताया कि यह मवेशी उसे बकुल, ग्राम- थूटापारा, बांग्लादेश में देने थे।
बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए बांग्लादेशी तस्कर को पुलिस स्टेशन शमशेर गंज को सौंप दिया है। इधर, 78 बटालियन बीएसएफ के कार्यवाहक कमांडिंग आफिसर राहुल ने अपने जवानों की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त की है, जिसके परिणामस्वरूप एक तस्कर को पकड़ा गया और दो मवेशियों को बचाया गया। उन्होंने कहा कि यह उनके जवानों द्वारा ड्यूटी पर दिखाई गई सतर्कता के कारण ही संभव हो पाया है।