छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण से बड़ी राहत दिख रही है। सोमवार को 18569 नमूनों की जांच में प्रदेशभर में संक्रमण के केवल 22 नए मामले सामने आए। वहीं किसी भी मरीज की मौत की रिपोर्ट नहीं है। पूरे कोरोना काल में पिछले 6 दिन ऐसे रहे जब संक्रमण से किसी मरीज की जान नहीं गई है। प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या भी केवल 439 रह गई है। हालांकि दैनिक संक्रमण दर बढ़कर 0.12 प्रतिशत पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, रविवार को 17660 नमूनों की जांच में केवल 19 मरीज मिले थे। इसके अनुसार संक्रमण दर 0.11 प्रतिशत थी। शनिवार को तो संक्रमण दर 0.02 प्रतिशत के न्यूनतम स्तर तक पहुंच चुकी थी। उसके बाद जांच के अनुपात में नए मरीजों की संख्या बढ़ती गई है। छत्तीसगढ़ में 25 अगस्त से 30 अगस्त तक किसी मरीज की मौत कोरोना से नहीं हुई है। डॉक्टर इसे अच्छे संकेत बता रहे हैं।
प्रदेश के 18 जिलों में कोरोना संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। इनमें राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, धमतरी, महासमुंद, गरियाबंद, बिलासपुर, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, मुंगेली, सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, बस्तर, दंतेवाडा, सुकमा और बीजापुर जिले शामिल हैं। पिछले कई सप्ताह से शून्य संक्रमण वाले जिले गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में फिर खतरा पहुंच गया है। वहां लगातार दूसरे दिन एक-एक मरीज मिले हैं। अब वहां 2 एक्टिव केस हैं।
कबीरधाम और महासमुंद में कोई मरीज नहीं
प्रदेश के दो जिले ऐसे हैं, जहां कोरोना का कोई मरीज नहीं है। इसमें कबीरधाम लगातार तीन दिनों से अपना रिकॉर्ड मेंटेन किए हुए है। महासमुंद जिले में भी अब कोई मरीज नहीं है। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में भी शून्य संक्रमण की स्थिति थी, लेकिन वह रविवार-सोमवार को कायम नहीं रह पाई।
अभी कोरबा में सबसे ज्यादा मरीज
नए आंकड़ों के मुताबिक कल सबसे अधिक 6-6 मरीज कोरबा और बलौदाबाजार जिलों में सामने आए हैं। कोरिया जिले में 3 संक्रमित मिले, वहीं दुर्ग, रायपुर, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, जशपुर, कोण्डागांव, कांकेर और नारायणपुर में एक-एक मरीज मिले हैं। अभी सबसे अधिक 69 सक्रिय मरीज कोरबा जिले में हैं। 45 के साथ जशपुर दूसरे और 37 मरीजों के साथ रायपुर तीसरे स्थान पर बना हुआ है।
अब तक 10,04,420
प्रदेश में कोरोना के पहले मरीज से लेकर कल तक 10 लाख 4 हजार 420 लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इसमें से 9 लाख 90 हजार 426 लोग तो ठीक हो गए, लेकिन 13 हजार 555 को अपनी जान गवानी पड़ी है। संक्रमण के बढ़ जाने का खतरा अब भी बरकरार है। डॉक्टरों ने कोरोना रोकथाम के उपायों का सख्ती से पालन करते रहने की हिदायत दी है। सभी से टीका लगवाने के लिए भी कहा जा रहा है।