दुर्ग की आबादी 18.28 लाख, हर्ड इम्युनिटी के लिए 85% वैक्सीनेशन जरूरी, पर सिर्फ 3.21 को डबल डोज; CMHO बोले- टीके की कमी

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में हर्ड इम्युनिटी के दायरे में आने में करीब 5 महीने का समय लग सकता है। कुल आबादी का कम से कम 85 प्रतिशत वैक्सीनेशन होना जरूरी है।

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में हर्ड इम्युनिटी के दायरे में आने में करीब 5 महीने का समय लग सकता है। कुल आबादी का कम से कम 85 प्रतिशत वैक्सीनेशन होना जरूरी है। यहां की आबादी करीब 18.28 लाख है। जिसमें करीब 15 लाख को दोनों डोज वैक्सीन लगाया जाना है। जबकि सिर्फ 3.21 लाख लोगों को ही लग सकी है। ऐसे में शुरू हुए त्योहारी सीजन के चलते कोरोना का डर बढ़ता जा रहा है।

डॉ.पी.बालकिशोर बताते है कि कोरोना से लड़ने के लिए सबसे कारगर तरीका अधिक से अधिक लोग वैक्सीन लगवाए। जब वैक्सीन का डोज पूरा हो जाएगा तो वातावरण में इम्युनिटी हर्ड हो जाएगी। जिससे अगर कोई कोरोना पॉजिटिव हो भी जाता है तो मृत्यु होने की संभावना कम रहेगी। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क अनिवार्य रूप से लगाना है। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचे।

अभी तक का वैक्सीनेशन
जिले में अब तक 10.80 लाख अधिक डोज वैक्सीन लगाया गया है। जिसमें 7.59 लाख से अधिक को पहला डोज और 3.21 लाख लोगों को दोनों डोज लग चुकी है। वर्तमान में वैक्सीनेशन की जो गति है उससे जिले को हर्ड इम्युनिटी तक पहुंचने के लिए जनवरी 2022 तक का समय लग सकता है। वहीं इस बीच 4 महीने के दौरान त्योहारी सीजन भी है। दूसरी ओर कोरोना की तीसरी लहर को लेकर आशंका भी विशेषज्ञ जता चुके है।

वैक्सीन की कमी
CMHO डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि वैक्सीन की कमी के कारण गति में रुकावट आ रही है। अगर हमे वैक्सीन लगातार मिल जाए तो एक दिन में 30 से 50 हजार तक लोगों को डोज लगा सकते है। इतना ही वैक्सीनेशन के लक्षय को एक महीने के अंदर ही पूरा कर लेगे।

नहीं हो रहा वैक्सीनेशन

जिले में वैक्सीनेशन का हाल यह है कि पिछले दो दिनों से राज्य से वैक्सीन की आपूर्ति नहीं होने के कारण वैक्सीनेशन सेंटर बंद है। CMHO डॉ.गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि 31 अगस्त की शाम तक वैक्सीन आने की संभावना है। जब वैक्सीन आ जाएगी तो सेंटरों पर वैक्सीन लगाने की तारीख बताई जा सकेगी।

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